गाड़ी के पीछे क्‍यों भागते हैं कुत्‍ते ? जानें ये दिलचस्‍प कारण

कुत्‍तों का गाडि़यों के पीछे भागना मानों उनकी किसी परंपरा के जैसा है, लेकिन ऐसा होता क्‍यों हैं ? क्‍यों शांत बैठा हुआ कुत्‍ता भी गाड़ी देकर फौरन उसके पीछे दौड़ लगा देता है ?

New Delhi, Nov 25 : रात के समय में जब भी आप अपनी गाड़ी लेकर किसी गली में घुसते हैं तो वहां कुत्‍तों का भौंकना शुरू हो जाता है । अकसर कुत्‍तों को आपने गाडि़यों के पीछे दौड़ लगतो हुए देखा होगा । आप कार में हैं तो फिर भी सेफ हैं लेकिल बाइक वगैरह में हों तो डर लगना लाजमी है । खुद के पीछे भागते कुत्‍ते से छुटकारा पाएं तो कैसे । एक हो तो भी कुछ हिम्‍मत दिखा दें, यहां तो झुंड पीछे पड़ जाता है ।

दुर्घटना के चांसेज रहते हैं
अकसर कुत्‍ते चलती हुई गाड़ी के सामने से या पीछे से आकर उसका पीछा करने लगते हैं । कई बार ऐसा भी होता है कि आप संतुलन नहीं बना पाते और एक्‍सीडेंट जैसे हालात बन जाते हैं । कई बार कुत्‍ते गाडि़यों के नीचे आ जाते हैं । बावजूद इसके वो अपनी आदत नहीं छोड़ते । ऐसे में सवाल यही है कि आखिर वो गाडि़यों से डरते क्‍यों नहीं ।

फितरत ही ऐसी है
दरअसल कुत्‍तों का आपकी गाड़ी के पीछे दौड़ लगाना उनकी फितरत है, आदत है । वो इसे कंट्रोल नहीं कर सकते । गाड़ी देखी नहीं कि लगे उसके पीछे दौड़ने । कुत्‍तों की गाड़ी से दुश्‍मनी नहीं होती बल्कि वो तो बस गाड़ी की लाइट और उसकी रफ्तार से घबराए हुए होते हैं । पशु विज्ञानियों के अनुसार कुत्‍तों को गाड़ी की स्‍पीड, आवाज से खतरा महसूस होता है ।

खेल की तरह है गाडि़यों के पीछे भागना
कुत्‍तों का एक बेसिक नेचर है किसी भी चीज के पीछे भागना । आपने घर के पालतू कुत्‍तों में भी नोटिस किया होगा कि वो घर के छोटे बच्‍चों या किसी भी खिलौने या गेंद के पीछे भागना पसंद करते हैं । चीजों के पीछे भागना उनके खेल का हिस्‍सा है । इसीलिए वो जब भी कोई भागती हुई कार देखते हैं तो फज्ञैरन उसके साथ खेलने लगते हैं ।

हैरान करेगा ये खुलासा
क्‍या आपने ये कहावत सुनी है इलाका तो कुत्‍तों का होता है । अगर हां तो कुत्‍तों की इस आदत को आप इसी से जोड़ सकते हैं । दरअसल आपने कुत्‍तों को गाड़ी के टायरों पर सूसू करते हुए तो देखा ही होगा । कुत्‍ते सिर्फ अपने इलाके की गाडि़यों के टायर पर ही सूसू करते हैं । जब किसी और इलाके की गाड़ी उनके इलाके से होकर गुजरती है तो वो उसके पीछे दौड़ पड़ते हैं ।

लगता है दूसरे इलाके के कुत्‍तों का हमला
कुत्‍तों को ऐसे में लगता है कि उनके इलाके में दूसरे इलाके के कुत्‍तों का हमला हो गया है । या कोई दूसरा ग्रुप उनके इलाके को हड़पने आ गया है । बस इसीलिए गंध सूंघते ही कुत्‍ते गाड़ी के पीछे लग पड़ते हैं और दौड़ लगाते हैं, भौंकते हैं । कुत्‍ते ये बताते हैं कि आप उनके इलाके में हैं और यहां से आपको जल्‍द से जल्‍द निकल जाना चाहिए ।

कुत्‍ते ऐसे बनाते हैं अपना इलाका
कुत्‍तों के सूंघने की क्षमता जगरदस्‍त होती है । इसीलिए कुत्‍त्‍े अपना इलाका बनाने के लिए गाडि़यों पर या दीवारों पर पेशाब करते हैं । इस गंध से झुंड के दूसरे कुत्‍ते भी वाकिफ होते हैं । ये गंध उन्‍हें उनके इलाके का मालिक बनाती है । अगर कोई कुत्‍ता बाहर से यहा आ जाए तो सारे मिलकर एकबार में ही उसे खदेड़कर बाहर कर देते हैं ।

अपने इलाके की सुरक्षा की भावना
गाडि़यों के पीछे कुत्‍तों का दौड़ना बहुत स्‍वाभाविक है । वो टायर पर आ रही दूसरे कुत्‍तों की गंध से कनफ्यूज हो जाते हैं और आपकी गाड़ी के पीछे भागना शुरू कर देते हैं । इसके पीछे उनकी भावना सिर्फ अपना इलाका सुरक्षित करने की होती है । वो नहीं चाहते कि उनके इलाके में कोई और कुत्‍तों का झुंड आकर अपना कब्‍जा जमाए और वो बेघर हो जाएं ।

सावधान रहें
बाइकर्स को रात में बहुत सावधान होकर गाड़ी चलाने की आवश्‍यकता है । आप जानवर से अपेक्षा नहीं कर सकते कि वो सही और गलत को समझ सके । काटना उसकी फितरत है और भौंकना उसकी आदत । इसलिए कुत्‍तों के इलाके से गुजरें तो गाड़ी को थोड़ा स्‍लो ही रखें । कार में भी है तो थोड़ा सावधानी से गाड़ी चलाएं । तो अब आप जान ही गए हैं कि कुत्‍ते आपकी गाड़ी के पीछे दौड़ क्‍यों लगाते हैं ?