इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यूपी पुलिस के अधिकारी नवनीत सिकेरा ने लिखा है कि महिला अधिकारी पूरबी महतो की भावनात्मक अपील काम कर गई।
New Delhi, Mar 31 : यूपी पुलिस के अधिकारी नवनीत सिकेरा ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें एक महिला अधिकारी कुछ लोगों के पैरों में झुकी है, साथ ही पास में एक पुलिस वाला भी खड़ा है। सोशल मीडिया पर ये तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। आपको बता दें कि ये मामला पश्चिम बंगाल के मिदनापुर का है, जो महिला जमीन पर बैठी है, वो मिदनापुर के एडिशनल डिविजनल फॉरेस्ट अधिकारी पुरबी महतो हैं।
ये ट्रिक अपनाई
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोग जंगल में जानवरों का शिकार करने जा रहे थे। इसी वजह से फॉरेस्ट अधिकारी ने ग्रामीणों को पहले तो समझाने-बुझाने की खूब कोशिश की, जब ग्रामीण नहीं मानें, तो महिला अधिकारी ने उनके पैर पकड़ लिये। उन्हें इस बात के लिये राजी किया, कि वो जंगल में शिकार करने नहीं जाएंगे।
शिकार की वजह से जानवर घट रहे
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के आस-पास के इलाकों में सालों से गांव कगे लोग शिकार करने जाते हैं। इन लोगों के शिकार की वजह से वहां जानवरों की संख्या तेजी से घट रही है। फॉरेस्ट अधिकारी पुरबी महतो को जब ये जानकारी मिली, कि कुछ लोग नुकीले हथियार के साथ जंगल में शिकार के लिये जा रहे हैं, तो तुरंत वो मौके पर पहुंच गई और गांव वालों को ऐसा ना करने के लिये मनाने लगी।
गांव वाले भी हैं हैरान
जब पुरबी महतो ने उन्हें बात से समझाने की कोशिश की, कि वो जंगल में शिकार ना करें, पहले तो गांव वाले नहीं मानें, लेकिन जब पुरबी महतो उनके पैर पकड़ उन्हें समझाने लगी, कि वो ऐसा ना करें। तो गांव वाले भी हैरान रह गये। गांव वालों के अनुसार जानवरों के लिये किसी अधिकारी का प्रेम हैरान करने वाला था। वो बिना शिकार किये ही वापस लौट गये।
पहले भी कर चुकी थीं कोशिश
पुरबी महतो जानवरों के शिकार को रोकने के लिये पहले भी ग्रामीणों को समझा चुकी थी, लेकिन उन पर कोई असर नहीं होता था। जैसे ही फॉरेस्ट अधिकारी वहां से जाते, गांव वाले शिकार के लिये जंगल में घूस जाते। लेकिन इस बार महिला अधिकारी की मेहनत सफल हुई, वो गांव वालों को भावुक अंदाज में मनाने में सफल रही।
यूपी पुलिस के अधिकारी ने पोस्ट की तस्वीर
इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए यूपी पुलिस के अधिकारी नवनीत सिकेरा ने लिखा है कि महिला अधिकारी पूरबी महतो की भावनात्मक अपील काम कर गई, और उनके मनाने के बाद बुजुर्गो के निर्णय के बाद सभी आदिवासी बिना शिकार किये ही वापस लौट गये। दिल्ली से दूर इस नायिका को बहुत ज्यादा पहचान नहीं मिली।
महानायिका को मेरा सलाम
नवनीक सिकेरा ने आगे लिखा कि 29 मार्च को टेलीग्राफ अखबार में मुझे ये छोटी सी खबर दिखी, तो मुझे लगा कि महिला अधिकारी का ये कार्य महानायिका का कार्य है। आइये हम सब मिलकर उनको सलाम भेजे, इतना भेजें कि उन तक पहुंच जाये। इस महानायिका पूरबी महतो को मेरा सलाम ।
सोशल मीडिया पर वायरल
नवनीत सिकेरा का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, महज कुछ भी घंटों के भीतर इस पोस्ट पर हजारों लाइक्स और सैकड़ों कमेंट्स आ गये। हालांकि कुछ लोग पूरबी महतो के कदम को गलत बता रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोग महिला अधिकारी की तारीफ कर रहे हैं।