आप बाकी खबरों में उलझे रहे, वहां डॉक्टर्स ने इतिहास रच दिया

डॉक्टर्स अगर मन से चाहें तो किसी भी जटिल से जटिल ऑपरेशन को चुटकियों में सफल कर देते हैं। ऐसा ही एक काम रुड़की के डॉक्टर्स ने किया है।

New Delhi, Mar 23: हाल ही में एक खबर सोशल मीडिया में वायरल हो रही थी कि एक महिला की कोख में चार जिंदगियां पल रही हैं। सलेमपुर की एक महिला का रुड़की में इलाज चल रहा था। महिला का परिवार बेहद गरीब है और इस वजह से उन्होंने अलग अलग संगठनों से वित्तीय सहायता की मांग की थी। आखिरकार उस महिला का डॉक्टर्स ने सफल इलाज कर दिया है।

महिला ने दिया चार बच्चों को जन्म
रुड़की के मालवीय चौक के एक निजी अस्पताल में उस गर्भवती महिला ने अब चार बच्चों को जन्म दिया। नर्सिंग होम की डॉक्टर का कहना है कि चारों बच्चे स्वस्थ हैं। हालांकि इस बीच एक और खास बात बताई गई है। डॉक्टर ने बताया कि बच्चों का जन्म वक्त से पहले हुआ है। इस वजह से सभी बच्चों को मशीन में ऑब्जर्वेशन के लिए रखा गया है।

दो बच्चों , दो बच्चियों को जन्म दिया
महिला ने दो बच्चों और दो बच्चियों को जन्म दिया है। महिला के पति का नाम मुकेश है और वो पेशे से मजदूर है। रुड़की के देव नर्सिंग होम में महिला का इलाज चल रहा था। शुक्रवार को मुकेश की पत्नी सोनी ने नर्सिंग होम में चार बच्चों को जन्म दिया है। डिलिवरी के बाद चारों बच्चों को दूसरे अस्पताल में ऑब्जर्वेशन के लिए मशीन में रखा गया है।

घरवाले काफी परेशान थे
इससे पहले महिला के परिवार वाले काफी परेशान थे और आखिर हो भी क्यों ना ? महिला की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट ही कुछ ऐसी आई है, जो कि परेशानी का सबब थी। परिवार वालों का कहना था कि जब पहली बार अल्ट्रासाउंड करवाया था, तो डॉक्टर्स ने बताया कि गर्भ में चार जिंदगियां पल रही हैं। परिवारवालों को यकीन नहीं हुआ तो दूसरे डॉक्टर के पास चले गए।

गर्भ में थी चार जिंदगियां
दूसरी जगह भी डॉक्टर्स ने ये ही दोहराया कि गर्भ में चार बच्चे हैं। तब भी परिवार वालों को यकीन नहीं हुआ। तीसरी बार फिर से अल्ट्रासाउंड करवाया , तो उसमें भी ये ही निकला। अब ऊपरवाले का नाम लेकर परिवार वाले इलाज करवा रहे हैं। महिला का इलाज कर रही अस्पताल की डॉ. वारिजा ने कहा है कि चारों बच्चे पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

महिला का पति पेशे से मजदूर
बताया जा रहा है कि महिला का पति मजदूरी का काम करता है और मुश्किल से परिवार की रोजी-रोटी चलाता है। महिला की ये पहली डिलीवरी है, लेकिन पति के पास इलाज कराने के लिए पैसे तक नहीं थे। इस वजह से पति ने आशा कार्यकर्ताओं से भी मदद मांगी थी। इसके साथ ही बेबस पति ने सरकार से भी मदद की गुहार लगाई थी।

डॉक्टरों ने रचा इतिहास
मेडिकल साइंस में ऐसे बहुत कम केस सामने आते हैं, जब किसी महिला के पेट में चार जिंदगियां पल रही हों। ऐसे में डॉकटर्स के लिए ऐसे केस एक बड़ी चुनौती साबित होते हैं। इसमें मां और कोख में पल रहे सभी जिंदगियों को बचाना पहला लक्ष्य होता है। ऑपरेशन के दौरान जरा सा भी चूक किसी भी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। डॉक्टर्स ने आखिरकार ये कर दिखाया।