11 बच्चों की मां 14वी बार हुई प्रेग्नेंट, इस बार जिंदगी और मौत की जंग

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मध्य प्रदेश के रायसेन जिले से ऐसी खबर निकल कर आ रही है जो परेशान करती है, एक महिला 14वीं बार प्रेग्नेंट हुई और अब उसकी जिंदगी खतरे में है।

New Delhi, Mar 03: मां बनना किसी भी महिला की जिंदगी का सबसे हसीन पल होता है, आज के समय में जब संसाधन कम हो रहे हैं तो कपल्स एक या फिर दो बच्चों की पॉलिसी को अपना रहे हैं. लेकिन कुछ कपल्स ऐसे भी हैं जिनको इस नीति से कोई फर्क नहीं पड़ता है, इस में मुख्य तौर पर गलती पति की ही होती है, जो पत्नी को बच्चे पैदा करने की मशीन समझ लेते हैं। ये खबर पढ़कर आपको भी हैरानी होगी, आखिर कैसे एक मां की जिंदगी दांव पर लगी हुई है। ये घटना मध्य प्रदेश को रायसेन जिले की है, जहां पर ये खबर चर्चा का विषय बनी हुई है।  जहं एक महिला 14वीं बार प्रेग्नेंट हुई

14वीं बार प्रेग्नेंट हुई महिला
आम तौर पर प्रेग्नेंट महिला से लोग यही सवाल पूछते हैं कि पहला बचा है या फिर दूसरा, लेकिन रायसेन जिले की एक महिला 14वीं बार गर्भवती हुई लेकिन इस बार उसकी जान पर बन आई है। 14वी बार गर्भवती होने के बाद इस महिला ने बच्चे को तो जन्म दिया लेकिन उसकी हालत बहुत खराब है।

मां की हालत नाजुक
शारदा प्रजापति नाम की इस महिला ने बच्चे को तो जन्म दिया है लेकिन उसकी खुद की हालत बहुत नाजुक है। बच्चे का वजन 4 किलोग्राम है। फिलहाल ये महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। उसके पहले से 11 बच्चे हैं, उसके बारे में जानकर डॉक्टर भी हैरान रह गए थे।

पहले से 6 बेटे और 5 बेटियां
शारदा प्रजापति के पहले से 6 बेटे हैं, इसके साथ ही 5 बटियां भी हैं, उनका सबसे बड़ा बेटा 24 साल का है। शारदा प्रजापति बेगमगंज इलाके के वीरपुर गांव के रहने वाली हैं। खास बात ये है कि उनकी उम्र केवल 35 साल की है। उनके दो बच्चों का निधन भी हो चुका है, इसके अलावा एक बार गर्भपात भी कराया गया था।

11 साल की उम्र में पहली बार मां बनी
जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक शारदा प्रजापति का बड़ा बेटा 24 साल का है, उनकी खुद की उम्र 35 साल बताई जा रही है. इसका मतलब ये हुआ कि वो 11 साल की उम्र में पहली बार मां बनी थी, अगर ऐसा है तो ये बहुत ही सोचनीय स्थिति है, आज भी हमारे देश में बाल विवाह और कम उम्र में मां बनने का सिलसिला जारी है।

डॉक्टर भी हैरान रह गए
इसी हफ्ते बुधवार को जब शारदा प्रजापति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो डॉक्टर भी चौंक गए थे। उनकी ननद और बेटा उनको बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। जांच में पता चला कि उनका गर्भाशय बहुत कमजोर है और लगातार खून बह रहा है। तुरंत ऑपरेशन किया गया और 4 किलोग्राम वजन का एक बेटा पैदा हुआ।

मां की हालत बहुत खराब
डॉक्टरों ने शारदा प्रजापति की हालत देखी और कहा कि वो गर्भाशय को हमेशा के लिए निकाल देना चाहते हैं, लेकिन महिला की हालत ऐसी नहीं है। फिलहाल बच्चे को न्यूबॉर्न केयर यूनिट में रखा गया है। उसकी मां की हालत बहुत ही खराब है। अब इसके लिए किसे दोष दिया जाए, शारदा के पति को या फिर खुद उसको जो अपनी सेहत के लिए आवाज नहीं उठा पाई, या फिर समाज को जहां इस तरह की घटनाएं होती है और कोई कुछ नहीं करता है।