योगी से मदद मांगने पहुंचे गुरु, तो सीएम ने ऐसे दिया ‘गुरुदक्षिणा’

नागेंद्र नाथ बाजपेयी ऋषिकेश के एक कॉलेज में गणित पढाया करते थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी कॉलेज से पढाई की है।

New Delhi, Jul 13 : हमारे देश में गुरुदक्षिणा देने की परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है, हां समय के साथ इसके स्वरुप जरुर बदलते चले गये हैं। ताजा मामला यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से जुड़ा है। उन्हें पढाने वाले टीचर नागेंद्र नाथ बाजपेयी ने उनसे मदद मांगी थी, जिसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बिना समय गंवाये पूरा करने की प्रक्रिया शुरु भी कर दी । इसकी खूब चर्चा हो रही है।

क्या है मामला ?
दरअसल योगी के शिक्षक नागेंद्र नाथ महाराजपुर के खोजाओपुर गांव के रहने वाले हैं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले सीएम कानपुर की यात्रा पर आये थे, नागेंद्र नाथ ने उसी दौरान अपने पुराने शिष्य से मुलाकात की और उनसे सालेमपुर से खोजाओपुर गांव तक जाने वाली सड़क को बनाने का आग्रह किया था।

जर्जर हालत में सड़क
आपको बता दें कि इस सड़क का हालत काफी जर्जर है, जिससे यहां से गुजरने लोगों को परेशानी होती है। स्थानीय लोगों ने कई बार अपने जन प्रतिनिधियों से इस बारे में बात की, लेकिन हर कोई टाल मटोल कर जाता था, जिसकी वजह परेशानी वैसी ही रखी हुई है। अब नागेंद्र नाथ बाजपेयी ने आवाज सीएम तक पहुंचाई है।

गुरु की बात नहीं टाली
जब नागेंद्र नाथ बाजपेयी ने सीएम योगी से इस सड़क को बनवाने की बात कही, तो उन्होने उनकी बात नहीं टाली और इस पर अमल करने का आदेश दे दिया। सीएम के आदेश के बाद ही इस पर तुरंत एक्शन लिया गया और सड़क बनाने का काम 10 जुलाई से शुरु भी कर दिया गया है। नागेंद्र नाथ बाजपेयी ने योगी के इस कदम को अपने लिये गुरुदक्षिणा बताया।

लोगों को मिलेगी राहत
सीएम के गुरु ने बताया कि सड़क निर्माण का काम शुरु हो चुका है, जल्द ही बनकर भी तैयार हो जाएगा, क्योंकि काम तेजी से चल रहा है। सड़क बनने से सालेमपुर से खोजाओपुर जाने वालों के अलावा इस मार्ग के आस-पास रहने वाले अन्य लोगों को भी काफी राहत मिलेगी।

सीएम को पढाया था गणित
मालूम हो कि नागेंद्र नाथ बाजपेयी ऋषिकेश के एक कॉलेज में गणित पढाया करते थे। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसी कॉलेज से पढाई की है। नागेंद्र नाथ ने उन्हें गणित पढाया था। खोजाओपुर गांव तक जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य शुरु होने से वो बेहद खुश हैं, उन्होने कहा कि मैंने उन तक परेशानी पहुंचाई, उससे पहले कई जनप्रतिनिधियों तक लोगों ने आवाज पहुंचाई, लेकिन हर कोई बस टालता रहा, लेकिन जैसे ही सीएम तक मैंने आवाज पहुंचाई, उन्होने इसे गंभीरता से लिया और लोगों की परेशानी को दूर करने के लिये तुरंत इस पर काम शुरु करवा दिया।

कर्मयोगी हैं सीएम
नागेंद्र नाथ बाजपेयी ने अपने शिष्य की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश ने एक कर्मयोगी को सीएम चुना है, जो लगातार काम करने की कोशिश कर रहा है, कुछ लोग वहां तक बात ही नहीं पहुंचाते, जिस वजह से लोगों को कुछ परेशानी हो सकती है। उन्होने अपराध पर अंकुश लगाने के लिये प्रदेश की आधारभूत संरचना को भी दुरुस्त करने का ऐलान किया था। बाकी परियोजनाओं पर भी अमल किया जा रहा है।