रोने के हैं कई फायदे, इसलिए जी भर कर रोएं

आप कहेंगे सब हंसने को कहते हैं और हम आपको रोने की सलाह दे रहे हैं । दरअसल रोने के बहुत फायदे हैं जब आप जानेंगे तो अपने आंखों से निकलने वाले आंसुओं को पोछेंगे नहीं ।

New Delhi, Oct 29 : सब कहते हैं हंसो और खूब हंसो । हंसते रहने से खून बढ़ता है, मन अच्‍छा रहता है, सेहत एकदम दुरुस्‍त रहती है । लेकिन क्‍या कभी किसी ने आपको रोने की सलाह दी है । शायद नहीं, हम आपको बताते हैं । दरअसल हंसने से ज्‍यादा असरदार है रोना । हम अकसर अपनी भावनाओं को छिपा लेते हैं, दुख तो होता है लेकिन उसे दिखा नहीं पाते हैं । रोना चाहते हैं लेकिन रो नहीं पाते । लेकिन ऐसा करना सही नहीं है, रोने से क्‍या फायदे हैं आइए आपको आगे बताते हैं ।

रोने से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है
हमें रोना कब आता है , जब हम बहुत उदास होते हैं । हमें किसी की याद आ रही होती है या फिर मन में कुछ नकारात्‍मक भाव आ रहे होते हैं । ऐसा तभी होता है जब शरीर में नकारात्‍मक ऊर्जा भर जाती है, रोने से ये फायदा होता है कि हमारी सारी नेगेटिविटी बाहर आ जाती है और मन भी हल्‍का हो जाता है । नेगेटिविटी के भाव मन के अंदर रहने से व्‍यक्ति बीमार भी पड़ सकता है ।

शरीर से विषैले तत्‍व बाहर निकलते हैं
आंखों से गिरने वाले आंसू महज नमक और पानी का मिश्रण नहीं है । ये हमारी आखों से निकलने वाला वो नीर है जो आंखों से कीटाणुओं को दूर रखता है, आंखों को शुष्‍क होने से बचाता है । शरीर के विषैले पदार्थ हमारी आंखों की अश्रु नलिकाओं से बहते हुए बाहर निकल जाते हैं । वो सभी पदार्थ जो हमें तनाव दे सकते हैं आंसुओं के रूप में बाहर निकल जाते हैं ।

तनाव मुक्‍त हो जाते हैं हम
जब हम रोते हैं तो हमारे दिमाग से एड्रोनेकार्टिकोट्रॉपिक और ल्यूसिन जैसे रसायन उत्‍सर्जित होते हैं । ये कैमिकल बॉडी में पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाते हैं । रोने से मन हल्‍का होता है, दिल का भार कम होता है और पॉजिटिविटी आती है । जब मन हल्‍का होता है और पॉजिटिव विचार आते हैं तो तनाव से भी मुक्ति मिलती है । मन एकदम तनाव रहित हो जाता है ।

पॉजिटिव कैमिकल को डेड होने से बचाता है
न्यूरोसाइंस के प्रमुख जर्नल ‘ऐनल ऑफ न्यूरोसाइंसेस’ के प्रमुख संपादक और न्यूरोलॉजिस्ट प्रोफेसर अक्षय आनंद के मुताबिक जो व्‍यक्ति रोते नहीं हैं उनके शरीर में मौजूद एड्रोनेकार्टिकोट्रॉपिक और ल्यूसिन जैसे पॉथ्‍जटिव हार्मोन केमिकल डेड होने लगते हैं । ये वो फायदे मंद रसायन हैं जो बॉडी में पॉजिटिव एनर्जी को बनाए रखते हैं और मनुष्‍य को डिप्रेशन से बचाते हैं ।

रोने से आप के अंदर पॉजिटिविटी बनी रहती है
देखा जाए तो एक रोने वाले व्‍यक्ति को आप क्‍या कहेंगे रोंदू, है ना । लेकिन वैज्ञानिक कहते हैं कि अगर आप समय-समय पर रोते रहें तो इसके कई फायदे हैं, पॉजिटिव कैमिकल ब्रेन में एक्टिव होकर शरीर में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार करते हैं । जो शरीर में गुड हार्मोन रिलीज करते हैं, और बीमारियों से बचाते हैं । ऐसे लोगों को तनाव जल्‍दी परेशान नहीं करता ।

रोने से सेहत रहती है फिट एंड फइन
डॉक्‍टर्स के मुताबिक तनाव की वजह से शरीर में कई तरह के जरूरी हार्मोन का स्‍तर कम हो जाता है । कई बार इनमें असंतुलन की स्थिति आ जाती है । हार्मोन डिस्‍बैलेंस का असर बॉडी पर कई तरह से पड़ता है । लेकिन रोन वाले व्‍यक्ति के शरीर में हार्मोन असंतुलित नहीं होते । वो अपना गम आंसुओं के रूप में बहाकर शरीर को अंदर से खुश रखता है ।

नर्वस सिस्‍टम और इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होता है
आपके तनाव में रहने से दिमाग में ऐड्रिनल और कार्टिसोल नाम के हॉर्मोन के बढ़ जाते हैं । इसका असर दिल की धड़कनों से लेकर खाने-पीने और डायजेस्टिव सिस्‍टम पर भी पड़ता है। इसकी वजह से हमारा नर्वस सिस्टम और इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और बॉडी बीमार पड़ने लगती है । इसलिए कभी कभार रो लेना बॉडी के सिस्‍टम के लिए फायदे मंद होता है ।

भावुक लोग होते हैं अंदर से ज्‍यादा मजबूत
कुछ लोगों के कहा जाता है कि उनकी आंखों में आंसू के बटन है । ऑन हुए और ये लीजिए अश्रु की धारा बह निकलती है । दरअसल ऐसे लोग बहुत इमोशनल होते हैं । लेकिन भावनाओं पर काबू ना रख पाने वाले लोग अंदर से काफी मजबूत होते हैं । जो लोग रो देते हैं, अपना दिल का गुबार बाहर निकाल देते हैं वो अंदर से ज्‍यादा स्‍टॉन्‍ग हो जाते हैं ।